
वर्तमान समय में भारत का मीडिया एक अलग ही दिशा में दौड़ रहा है। अब यह मुख्य रूप से राजनीति और क्रिकेट पर केंद्रित होकर रह गया है। तमाम टीवी चैनलों पर हमेशा सिर्फ इन्हीं दो क्षेत्रों से जुड़ी खबरें ही दिखाई देती रहती हैं। बीते एक- दो दशकों की बात करें तो उस समय मीडिया जनसरोकार और जन समस्याओं पर ध्यान देता था, लेकिन अब यह सिर्फ नेताओं के बयानों और क्रिकेट के मैचों के इर्द-गिर्द घूमता रहता है। इस बदलाव के कई कारण हैं, इनमें मुख्य रूप से दर्शकों की पसंद और विज्ञापन के जरिए होने वाली कमाई है।
राजनीति और मीडिया :
देश की तमाम राजनैतिक पार्टियों से जुड़े नेताओं के बयान और उनके दौरे हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं। मीडिया नेताओं के बयानों को मुख्य रूप से कवर करता है, जिसकी वजह से राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा बढ़ जाती है। जब कोई बड़ा राजनैतिक मुद्दा नहीं होता है तो मीडिया तमाम नेताओं के छोटे-मोटे बयानों को भी तूल दे देता है। इस तरह से राजनीति मीडिया के लिए एक महत्वपूर्ण विषय बन गई है, जिससे न केवल दर्शक आकर्षित होते हैं बल्कि विज्ञापन राजस्व भी बढ़ता है।
क्रिकेट और मीडिया :
भारत में क्रिकेट सभी अन्य किसी भी तरह से खेलों में सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। देश के हर घर में एक या दो क्रिकेट प्रेमी मिल ही जाएंगे। मीडिया क्रिकेट की इसी लोकप्रियता का फायदा उठाता है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) और अन्य अंतरराष्ट्रीय मैचों के प्रसारण से मीडिया भारी मात्रा में पैसे कमाता है। हाल ही में, वायकॉम 18 ने भारत में घरेलू क्रिकेट मैचों के मीडिया अधिकार हासिल किए हैं, जिससे अब ये मैच स्पोर्ट्स 18 और जियो सिनेमा पर दिखाए जाएंगे. इससे स्पष्ट होता है कि क्रिकेट मीडिया के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत है, जो न केवल दर्शकों को आकर्षित करता है बल्कि आर्थिक रूप से भी फायदेमंद है।
आम जन की समस्याएं और मीडिया :
भारत महंगाई, बेरोजगारी, अशिक्षा, गरीबी, और भ्रष्टाचार जैसे तमाम समस्याओं से जूझ रहा हैं। इन मुद्दों पर मीडिया को व्यापक रूप से चर्चा करनी चाहिए, लेकिन वर्तमान समय का मीडिया ऐसे तमाम मुद्दों को नजरअंदारज करता हुआ दिखाई देता है। इसकी मुख्य वजह यह भी हो सकती है कि राजनीति और क्रिकेट की तरह ये मुद्दे दर्शकों को उतने आकर्षित करते हैं। इसके अलावा ऐसे मुद्दों पर चर्चा करने से मीडिया को विज्ञापन के जरिए होने वाली कमाई में कमी आने का खतरा भी बना रहता है।
मीडिया की जिम्मेदारी :
किसी भी देश के विकास के लिए मीडिया का निष्पक्ष होना बहुत जरूरी होता है और बात जब लोकतांत्रित देश की हो, तो मीडिया की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है। ऐसा इसलिए मीडिया क्योंकि मीडिया न केवल समाचार प्रसारित करता है, बल्कि जनमत भी तैयार करता है। मीडिया को निष्पक्ष और जिम्मेदार होना चाहिए ताकि वह नागरिकों को सही जानकारी प्रदान कर सके और उन्हें सशक्त बना सके। लेकिन वर्तमान में, भारतीय मीडिया को अक्सर एक तरफा या विशेष विचारधारा से प्रभावित देखा जाता है, जो उसकी निष्पक्षता पर सवाल उठाता है।
भारतीय मीडिया की वर्तमान स्थिति चिंताजनक है, जहां यह मुख्य रूप से राजनीति और क्रिकेट पर केंद्रित है। जबकि इन विषयों पर चर्चा करना महत्वपूर्ण है, लेकिन आमजन की समस्याओं को भी उतनी ही प्राथमिकता देनी चाहिए। मीडिया को अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए निष्पक्ष और संतुलित रिपोर्टिंग करनी चाहिए ताकि वह न केवल दर्शकों को आकर्षित करे बल्कि समाज के विकास में भी योगदान दे सके।

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